महाराष्ट्र की उद्धव सरकार खतरे में है। उनके दिग्गज मंत्री एकनाथ शिंदे अपने यानी, शिवसेना के 15, एक एनसीपी और 14 निर्दलीय विधायकों के साथ गुजरात के सूरत जा बसे। इस टोली में शिंदे के अलावा 3 मंत्री और हैं। यानी कुल 30 विधायक।
सूत्रों का दावा है कि एकनाथ शिंदे ने राकांपा और कांग्रेस से गठबंधन तोड़ भाजपा के साथ गठबंधन की शर्त रखी है। यह भी कहा जा रहा है कि एकनाथ शिंदे खुद मुख्यमंत्री पद पर बैठना चाहते हैं। शिंदे ने 3 विधायकों संजय राठोड, संजय बांगर और दादा भुसे कुल को मातोश्री भी भेजा है। इस मुलाकात में क्या हुआ, ये अभी सामने नहीं आया है। सूत्रों के मुताबिक, उद्धव ने भी एकनाथ शिंदे से बातचीत के लिए शिवसेना नेता मिलिंद नार्वेकर को भेजा है। उनके साथ पूर्व विधायक रवि फाटक होटल कैंपस में मौजूद हैं।
इधर, सूरत में मौजूद विधायकों को लेकर दो संभावनाएं जताई जा रही हैं। पहली- इन्हें एयरलिफ्ट करके दिल्ली लाया जा सकता है और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह के पास ले जाया जा सकता है। दूसरी- इन्हें अहमदाबाद के किसी रिसॉर्ट में ले जाया जा सकता है।
शिंदे का पहला बयान- पक्के शिवसैनिक हैं, धोखा नहीं देंगे
बगावती कदम के बाद शिवसेना ने शिंदे को विधायक दल के नेता पद से हटा दिया है। पार्टी के इस एक्शन के बाद शिंदे ने बयान दिया, जो उनके बागी तेवरों के एकदम उलट था। उन्होंने ट्वीट किया- हम बालासाहेब के सच्चे शिवसैनिक हैं। बालेसाहेब ने हमें हिंदुत्व सिखाया है। हम सत्ता के लिए कभी भी धोखा नहीं देंगे।
सबसे जरूरी 3 अपडेट्स...
1. शिवसेना ने शिंदे को विधायक दल के नेता पद से हटाया, अजय चौधरी को कमान सौंपी।
2. शिवसेना थोड़ी देर में सेनाभवन के सामने शक्ति प्रदर्शन करेगी। सभी विधायकों को बुलाया।
3. भाजपा ने कहा कि एकनाथ शिंदे ने सरकार को लेकर कोई प्रपोजल नहीं भेजा है और न ही हमने ऐसा कोई प्रस्ताव उन्हें भेजा है।