टीम इंडिया की जीत का एनालिसिस:क्रुणाल-राहुल ने आखिरी 60 गेंद पर 112 रन बनाए, कृष्णा-शार्दूल ने 15 से 25वें ओवर के बीच कर दिया कमाल

Kailash
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टीम इंडिया ने 3 वनडे मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले में इंग्लैंड को 66 रन से हरा दिया। इस रिजल्ट को देखकर कोई भी कह सकता है कि भारत ने एकतरफा जीत हासिल की है। हालांकि मैच में ऐसी स्थिति बन गई थी जब टीम इंडिया के ऊपर इससे भी ज्यादा एकतरफा हार का खतरा मंडरा रहा था। तभी पहला मैच खेल रहे दो सितारों क्रुणाल पंड्या और प्रसिद्ध कृष्णा के साथ मिलकर शार्दूल ठाकुर ने इस हारी हुई बाजी को जीत में बदल दिया। चलिए जानते हैं उन टॉप-5 फैक्टर के बारे में जिनकी वजह से विराट एंड कंपनी को यादगार जीत हासिल हुई है।

5. विराट-धवन की पार्टनरशिप

टॉस गंवाकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम के लिए बड़ा स्कोर बनाना जरूरी था। ओपनर शिखर धवन और कप्तान विराट कोहली के बीच दूसरे विकेट के लिए हुई शतकीय साझेदारी ने इसकी बुनियाद तैयार कर दी। इन दोनों ने 102 गेंदों पर 105 रन जोड़े और भारत को धीमी शुरुआत से उबारते हुए अच्छा मोमेंटम प्रदान किया।

4. क्रुणाल का फायर पावर

विराट और धवन की साझेदारी टूटने के बाद टीम इंडिया लड़खड़ा गई और रन रेट भी धीमा हो गया। 32 ओवर में भारत का स्कोर 169/1 था। लेकिन 40.3 ओवर तक हमारी टीम 205/5 के स्कोर के साथ संघर्ष करती दिख रही थी। यानी इन 51 गेंदों में भारत ने सिर्फ 36 रन बनाए और 4 विकेट गंवा दिए। यहां से अपना पहला वनडे खेल रहे क्रुणाल पंड्या के फायर पावर ने टीम इंडिया को लिफ्ट करा दिया। क्रुणाल ने 31 गेंदों पर नाबाद 58 रन बनाए और लोकेश राहुल के साथ मिलकर भारत को 300 रनों के पार पहुंचा दिया। भारत ने आखिरी 60 गेंदों पर 112 रन बनाए।

3. राहुल की फॉर्म में वापसी
टी-20 सीरीज में लोकेश राहुल बुरी तरह फ्लॉप रहे थे। ऐसे में इस बात की बिल्कुल भी उम्मीद नहीं थी कि उन्हें पहले वनडे के लिए प्लेइंग-11 में मौका मिलेगा, लेकिन कप्तान विराट कोहली ने उन्हें फिर से मौका देने का फैसला किया। वह भी करियर के सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में चल रहे ऋषभ पंत की कीमत पर। इस पारी में अगर राहुल फेल होते तो आलोचकों के निशाने पर उनके साथ-साथ विराट कोहली भी होते। बहरहाल किस्मत राहुल के साथ थी। शुरुआत में लड़खड़ाने के बावजूद उन्होंने फॉर्म में वापसी कर ली और 43 गेंदों पर 62 रन की बेहतरीन पारी खेली।

2. कृष्णा का प्रसिद्ध स्पेल मैच का टर्निंग पॉइंट

पुणे में करीब चार साल पहले जब इन दोनों टीमों की भिड़ंत हुई थी, तब इंग्लैंड की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 350 रन बनाने के बावजूद हार गई थी। इस बार इंग्लैंड की पारी की शुरुआत में जेसन रॉय और जॉनी बेयरस्टो ने जिस अंदाज में बैटिंग की, उससे लगा कि भारत 317 रन बनाकर भी मैच हार जाएगा। इंग्लैंड ने 14.1 ओवर में बिना विकेट खोए 135 रन बना लिए थे। तभी अपना पहला इंटरनेशनल मैच खेल रहे प्रसिद्ध कृष्णा ने पहले जेसन रॉय को आउट किया और फिर अपने अगले ओवर में बेन स्टोक्स को पवेलियन की राह दिखा दी। कृष्णा का यह स्पेल मैच का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। उन्होंने बाद में दो विकेट और लिए।

1. शार्दूल का मैजिकल टच

कृष्णा ने दो ओवर में दो विकेट लेकर भारत की वापसी करा दी, लेकिन तब भी भारत के ऊपर से खतरा टला नहीं था। बेयरस्टो विध्वंसक बल्लेबाजी कर रहे थे। उनके साथ कप्तान मोर्गन थे। मोर्गन हाल-फिलहाल वनडे क्रिकेट में हर सातवीं गेंद पर छक्का जमा रहे हैं। इनके बाद जोस बटलर जैसे खतरनाक बल्लेबाज आने वाले थे। यानी भारत के सामने मुश्किलों का पहाड़ खड़ा था, लेकिन तभी मैन विद गोल्डन आर्म शार्दूल ठाकुर ने कमाल दिखा दिया। उन्होंने 10 गेंदों में इन तीनों बल्लेबाजों को आउट कर मैच लगभग भारत की झोली में डाल दिया। इसके बाद टीम इंडिया की जीत औपचारिकता मात्र रह गई थी जिसे टीम ने आसानी से हासिल कर लिया।

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